वजू करने का तरीका | Wazu Karne Ka Tarika

वजू (Wudu) या अभिस्नान, इस्लाम में नमाज़ के पहले शरीर के साथ निर्दिष्ट क्रिया है। वजू के बिना नमाज़ को नहीं स्वीकारा जाता है। वजू के दौरान, एक मुसलमान अपने दोनों हाथों, चेहरे, नाक, कान, सिर का मसह, और दोनों पैरों को धोता है।

वुज़ू एक पवित्रता का अभ्यास है, जो नमाज़ के लिए आवश्यक है। नीचे हम आपको वजू कैसे करें, इसके बारे में बताएंगे:

वुज़ू के बगैर नमाज़ क़ुबूल नहीं होती।

सहीह मुस्लिम, बुक 2, हदीस 2

जी हां, यह सही है। अगर आपने सही तरीके से गुस्ल (बथ) किया है, तो आपको नमाज़ पढ़ने के लिए वुज़ू करने की आवश्यकता नहीं होती है। गुस्ल करने के बाद आप तुरंत नमाज़ पढ़ सकते हैं।

ek musalman wazu kar rha hai
ek musalman wazu kar rha hai

वुज़ू करने का तरीका

अब हम आपको वजू करने के तरीके के बारे में बताएंगे।

वुज़ू करते समय निम्नलिखित बातों का ख़ास ध्यान देना आवश्यक है। यदि आप इनका पालन नहीं करते हैं, तो आपका वुज़ू सही नहीं होगा और नमाज़ भी मंजूर नहीं होगी।

1. नीयत करना

नीयत का मतलब दिल से इरादे को करने को कहते हैं इसीलिए वुज़ू से पहले नियत ज़रूर करें

2. बिस्मिल्लाह पढ़ना

जैसे हम हर काम को शुरू करने से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ते हैं वैसे ही वुज़ू शुरू करने से पहले हमको बिस्मिल्लाह पढ़ना है।

3. तीन बार हाथो के पंजो को धोना

दाहिनी हाथ से शुरू करके बहिने हाथ पर खत्म करना मतलब की सबसे पहले हम दाहिनी पंजे को अच्छे से तीन बार धोयेंगे और हाथों का खिलाल भी करें मतलब की उंगलियों के बीच के हिस्से को धोना।

4. तीन बार मुँह भर के कुल्ली करना

मुँह में पानी भर के गरारा करें ताकि आपका मुँह अच्छे धूल जाये इसे हमें तीन बार करना है।

5. तीन बार नाक में पानी डालना

थोड़ा सा पानी लेकर हमें नाक को अच्छे से धोना है ताकि नाक की गन्दगी बाहर निकल जाए।

6. तीन बार चेहरे को धोना

चेहरे को अच्छे से धोना , चेहरे से मुराद एक कान से लेकर दूसरे कान तक और माथे से लेकर नीचे दाढ़ी तक ।

7. तीन बार हाथो को कोहनियों के साथ धोना

दाहिनी हाथ से शुरू करके बहिनी हाथ को कोहनियों के साथ अच्छे से धोना ताकि हाथों का कोई हिस्सा बाकी न रह जाए

8. सर का मसह करना

जो पानी हाथो के धोते वक़्त लगा हो उसी पानी से सर का मसह करना मतलब की पेशानी से लेकर पीछे गर्दन तक फिर वक़्त पेशानी तक आये और शहादत वाली ऊँगली से कानो के अंदुरुनी हिस्से को साफ़ करें और बाहिरि हिस्से को अंगूठे से साफ़ करें।

9. तीन बार पैरों के पंजे को अच्छे से धोना

सबसे आखिरी में पैरों के पंजे को धोना और पैरों के बीच की उंगलियों का खिलाल करना।

10. वजू के बाद की दुआ को पढ़ना

वज़ू को बनाने के बाद आपको वज़ू के बाद की दुआ को ज़रूर पढ़ना चाहिए।

वुज़ू करने के बाद की दुआ

वुज़ू करने के बाद आप सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम कलमा शहादत पढ़ते थे । जो की इस तरह है अश-हदु अल्लाह इल्लाहा इल्लल्लाहु वह-दहु ला शरी-क लहू व अशदुहु अन्ना मुहम्मदन अब्दुहु व रसूलुहु

उसके बाद वुज़ू की इस दुआ अल्लाहुम्मा ज’अलनी मिनट-तवाबीन आज-‘अलनी मीनल मुतताहिरीन को पढ़ते थे।

वुज़ू में कितने फ़र्ज़ होते हैं?

वुज़ू में 4 फ़र्ज़ होते हैं जिसका मतलब होता है की इन चार चीज़ो को करना ज़रूरी होता है-

  1. चेहरे को अच्छे से धोना
  2. हाथो को कोहनियों के साथ धोना
  3. सर का मसह करना
  4. पाऊँ को तखनो तक धोना

वज़ू के फ़राइज़ कितने हैं?

वुज़ू के 7 फ़राइज़ है जो की इस तरह हैं –

  1. नीयत करना
  2. अपने चेहरे को धोना
  3. हाथो को कहनियो तक धोना
  4. सर का मसह करना
  5. पैरों को तखनो तक धोना
  6. तरतीब से वज़ू करना
  7. वज़ू को एक साथ पूरा करना

11 वुज़ू की सुन्नतें

  1. वज़ू से पहले बिस्मिल्लाह पढ़ना।
  2. जब सोकर उठे तो सबसे पहले हाथो को अच्छे से धोलें उसके बाद वुज़ू करना शुरू करें
  3. वुज़ू से पहले मिसवाक करना
  4. कुल्ली का करना
  5. नाक में पानी लेना
  6. दाढ़ी का खिलाल करना
  7. हर अज़ा को तीन बार धोना
  8. कानो के अंदुरुनी और बाहरी हिस्सों को धोना (सर का मसह करते वक़्त)
  9. हाथों और पैरों की उंगलियों का खिलाल करना
  10. हाथो और पैरों को धोते वक़्त सबसे पहले दाहिने फिर बहिने हिस्से को धोना
  11. वुज़ू के बाद की दुआ को पढ़ना

वजू कौन-कौन सी चीजों से टूटता है?

हमने पहले ही आपको बताया है की नमाज़ मुक़म्मल करने के लिए वज़ू का होना ज़रूरी है इसीलिए अब मैं आपको बताऊंगा की किन किन चीज़ो से वुज़ू टूट जाता है।

  1. पेशाब और पखाने की जगह से कुछ भी निकल जाये तो वुज़ू टूट जाता है।
  2. गहरी में नींद में लेट जाना
  3. बेहोश हो जाना
  4. शर्मगाह को खुले हाथो से छूना
  5. ऊट का गोश्त खा लेना
  6. खून का निकलना
  7. मुँह से लार निकलना

हमें उम्मीद है की अब आपको वुज़ू का तरीका और वजू की दुआ मालूम हो गयी होगी। अगर आपको वुज़ू करने के तरीके में कोई गलती मिले तो नीचे लिखकर हमें ज़रूर बताएगा ताकि हम अपनी गलती सुधर सके।

वजू करने के बाद क्या पढ़ना चाहिए?

वज़ू करने के बाद कलमा शाहदत पढ़ना चाहिए।

वजू मे कितने फ़र्ज़ होते है?

वुज़ू में 7 फ़र्ज़ होते हैं।

वज़ू मे कितनी सुन्नते है?

वज़ू मे 11 सुन्नते होती हैं।

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