रमज़ान का महीना प्रारंभ हो चुका है, इसलिए आज मैं आपको रमज़ान के आखिरी अशरे की दुआ के बारे में बताऊंगा। रमजान के अशरे की दुआ को हर मुस्लिम को रमज़ान में अवश्य पढ़ना चाहिए इसकी बहुत बड़ी फ़ज़ीलत है।
रमज़ान में अशरा क्या होता है?
रमज़ान में अशरा दिन को कहते हैं, रमज़ान में तीन अशरे होते है इन सब अशरे की अलग अलग फ़ज़ीलत है। रमज़ान में पहले 10 रोज़े तक पहला अशरा, 11 से 20 रोज़े तक दूसरा अशरा, और 21 से 30 रोज़े तक तीसरा अशरा होता है।रमज़ान का पहला अशरा अल्लाह पाक से दया और माफ़ी मांगने के लिए, दूसरा अशरा अल्लाह पाक से सही रस्ते पर चलने और माफ़ी मांगने के लिए, और तीसरा अशरा अल्लाह पाक से जहन्नुम की आग से बचने के लिए होता है।

रमजान के पहले अशरे की दुआ
रमज़ान के पहले अशरे में हम अल्लाह पाक से दया और माफ़ी मांगने के लिए के लिए दुआ करते हैं क्युकी बेशक अल्लाह पाक ही बहुत रहम दिल है और वही माफ़ करने वाला है।

पहले अशरे की दुआ हिंदी में
रब्बिग़ फिर वर-हम वा अंता खाइरुर राहिमीन
पहला अशरे की दुआ का तर्ज़ुमा हिंदी में
हमारे रब, हमें माफ़ करें और हम पर रहम करें, क्योंकि बेशक आप रहम करने वालों में सबसे अच्छे हैं।
रमजान के पहला अशरे की दुआ अरबी में
رَبِّ اغْفِرْ وَارْحَمْ وَاَنْتَ خَيْرُ الرَّاحِمِيْنَ
पहले अशरे की दुआ का तर्ज़ुमा उर्दू में
اے ہمارے رب! ہمیں بخش دے اور ہم پر رحم کر، کیونکہ تو رحم کرنے والوں میں بہترین ہے۔
पहले अशरे की दुआ इंग्लिश में
Rabbig fir war-ham wa-anta khairur-raahimeen
पहले अशरे की दुआ का तर्ज़ुमा अंग्रेजी में
Our Lord, forgive us and have mercy on us, for You are the best of those who show mercy
रमजान के दूसरे अशरे की दुआ
रमज़ान का दूसरा अशरा अल्लाह से माफ़ी और रहमत के मांगने के लिए है। हम सबको मालूम ही है की हम जाने अनजाने में बहुत गुनाह कर देते है, इसलिए दूसरे अशरे में हमें अल्लाह पाक से माफ़ी और रहमत मांगनी चाहिए।
दूसरे अशरे की दुआ हिंदी में
अस्तग़्फिरुल्लाह रब्बी मिन कुल्लि ज़म्बिन वा आतूबु इलैहि
दूसरे अशरे की दुआ का तर्ज़ुमा हिंदी में
मैं अपने सभी गुनाहों के लिए अपने रब, अल्लाह पाक से माफ़ी मांगता हूँ और उसकी ओर मुड़ता हूँ।
रमजान के तीसरे अशरे की दुआ
रमज़ान के तीसरा यानी आखिरी अशरा में हम अल्लाह पाक से जहन्नुम की आग से बचने के लिए दुआ करते हैं क्युकी बेशक अल्लाह पाक ही हमे जहन्नुम की आग से बचा सकते हैं।
तीसरे अशरे की दुआ हिंदी में
अल्लाहुम्मा अजिरनी मिनन नार
तीसरा अशरे की दुआ का तर्ज़ुमा हिंदी में
ऐ अल्लाह पाक मुझे जहन्नुम की आग से बचा
अगर आप रमज़ान के अशरे की दुआ को कसरत से पढ़ेंगे तो इंशाअल्लाह अल्लाह पाक आपकी तमाम गुनाहो को माफ़ करदेंगे और आप पर रहमत बरसायेंगे।
रमजान के 3 भाग कौन से हैं?
रमज़ान का पहला अशरा अल्लाह पाक से दया और माफ़ी मांगने के लिए, दूसरा अशरा अल्लाह पाक से सही रस्ते पर चलने और माफ़ी मांगने के लिए, और तीसरा अशरा अल्लाह पाक से जहन्नुम की आग से बचने के लिए होता है।