मस्जिद में जाने और मस्जिद से निकलने की दुआ

मस्जिद में जाने और मस्जिद से निकलते समय हमेशा दुआ पढ़ें। मस्जिद अल्लाह का घर है और हम वहाँ नमाज़ पढ़ने जाते हैं। अपने हर काम की शुरुआत अल्लाह की मदद और तारीफ़ के साथ करें, तो उस काम में कामयाबी जल्दी हासिल होती है।

आज हम आपको मस्जिद में प्रवेश और निकास की दुआ के बारे में बताएंगे, जिसे आप हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, और अरबी में सीख सकते हैं।

मस्जिद के अंदर जाने की दुआ इन हिंदी, उर्दू, इंग्लिश और अरबी

मस्जिद के अंदर दाखिल होने की दुआ को हमने तीन भाषा हिंदी, इंग्लिश और अरबी में लिखा है। आप जिस भाषा में चाहे इस पढ़कर याद कर सकते हैं।

Masjid Ke Under Jane Ki Dua In Hindi, English, arbi

मस्जिद के अंदर जाने की दुआ इन हिन्दी

अल्लाहुम्मफ-तहली अबवाबा रहमतिका।

तर्जुमा: ऐ अल्लाह; तू मेरे लिए अपनी रहमत के दरवाज़े खोल दो।

मस्जिद के अंदर जानें की दुआ इन अरबी

اللَّهُمَّ افْتَحْ لِي أَبْوَابَ رَحْمَتِكَ

मस्जिद के अंदर जाते समय की दुआ इन इंग्लिश

Allahhummaf-tahli Abwaba Rahmatika

Tarzuma: Ya Allah; Mere liye Apni Rahmat ki Darwaza khol dijiye

मस्जिद में जाते समय इन बातों का ख्याल रखें

  1. कपड़ा और शरीर को पाक रखें।
  2. नापाकी हालत में मस्जिद के अंदर जाने से बचे.
  3. अगर आप नापाकी हालत में मस्जिद के अन्दर जाकर नमाज़ पढ़ते हैं तो आपकी नमाज़ क़ुबूल नही होगी।
  4. मस्जिद में जाते समय दाहिना पैर को सबसे पहले मस्जिद में रखें। कहा जाता है की हर अच्छे काम के शुरुवात करते वक्त आपको पहले दाहिना पैर ही अंदर रखना चाहिए।
  5. मन में मस्जिद के अंदर जाने की दुआ पढ़े. दुआ को तेज़ पढ़ना ज़रूरी नहीं है। इसे आप धीरे या मन में ही पढ़ सकते हैं।
  6. जूते और चप्पल को मस्जिद के बाहर ही उतारे।

मस्जिद से बाहर निकलने की दुआ इन हिंदी, उर्दू, इंग्लिश और अरबी

Masjid Ke Under Jane Ki Dua In Hindi, English, arbi

मस्जिद से बाहर निकलते वक्त की दुआ इन हिन्दी

अल्लाहुम्मा इन्नी अस-अलुका मिन फज़लिका।

तर्जुमा : ऐ अल्लाह; मैं आप से फ़ज़ल और बरकात मांगता हूँ।

मस्जिद से बाहर निकलते वक्त की दुआ इन अरबी

اللهُمَّ إِنِّي أَسْأَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ

मस्जिद से निकलते वक्त की दुआ इन इंग्लिश

Allahumma Inni As Aluka Min Fazlika.

मस्जिद से बाहर निकलते वक्त इन बातों को ख्याल रखें।

  1. मस्जिद से निकलते वक्त बायां पैर को सबसे पहले बाहर निकाले उसके बाद मस्जिद से निकलते समय की दुआ पढ़े।
  2. दुआ को मन में या धीरे से पढ़ना चाहिए। इस दुआ को तेज़ पढ़ने से बचें।
  3. दुआ को पढ़ने के बाद आप दरूद शरीफ या फिर तस्बीह भी रास्ते में चलते हुए पढ़ सकते हैं।

हमने यह दुआ बहुत अच्छे से लिखी है। अगर आपको मस्जिद में प्रवेश और निकास की दुआ में कोई गलती लगती है तो कृपया हमें नीचे कमेंट के माध्यम से बताएं।

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