इस्तिखारा करने का तरीका, वक़्त और इस्तिखारा की दुआ

क्या आप भी किसी काम में फसे हुए हैं? आप को समझ नहीं आ रहा है की मुझे इस काम को करना चाहिए या नहीं तो आपको अपनी इस परेशानी को दूरने के लिए आपको इस्तिखारा की नमाज़ पढ़नी चाहिए।

आज हम आपको इस्तिखारा करने का तरीका, इस्तिखारा क्या है? इसे कब और क्यों करना चाहिए? कितनी बार इस्तिखारा करना चाहिए, इस्तीखरा सुन्नत है या नफ़्ल, इस्तिखारा की दुआ और इस्तिखारा करने के तरीके के बारे में बताएंगे।

आप को अच्छे से हर एक पॉइंट को करना ज़रूरी है , अगर आपने इस्तिखारा को सही से नहीं किया तो हो सकता है आपकी परेशानी दूर न हो पाए।

इस्तिखारा क्या होता है?

अगर आप किसी भी मामले में जैसे कारोबार, लड़का या लड़की की शादी, सफर या फिर कोई और मामले में अल्लाह ताला से खैर और भलाई तलब करने को इस्तखारा कहते है। क्योंकि इंसान को मालूम नहीं की कौन सी चीज उसके लिए अच्छी है और कौनसी चीज़ उसके लिए खराब।

इस्तिखारा की नमाज़ की नियत कैसे करें?

इस्तिखारा की नमाज़ की नियत का कोई खास तरीका नहीं होता है जिस तरह आप नफ़्ल की नमाज़ अदा करते हैं उसी तरह इसमें भी नियत करेंगे की – नियत करता हु मैं दो रकात नमाज़ नफ़्ल इस्तिखारा, वास्ते अल्लाह ताला के, रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ, अल्लाहु अकबर

इस्तिखारा की नमाज़ पढ़ने का तरीका

  1. किसी हलाल काम करने का इरादा करे
  2. इस्तिखारा करे
  3. उस काम के जानने वाले के साथ मश्वरा (राय) करे
  4. अल्लाह पर तवक्कल (भरोसा करें) करे
  5. नमाज़ पढ़ने के बाद दो रकअत नमाज़ नफ़्ल पढ़कर नमाज़ ए इस्तिखारा की दुआ को पढ़ले आपका इस्तिखारा पूरा हो जायेगा।
  6. इस्तिखारा करने के लिए कोई खास वक़्त नहीं है आप जब चाहे दो रकअत नमाज़ नफ़्ल पढ़कर इस्तीखरा की कर सकते हैं। मगर आप रात को सोने से पहले इस्तिखारा करेंगे तो इंशाअल्लाह या आपके लिए बेहतर होगा।
  7. इस्तिखारा एक दुआ है या कोई नमाज़ नहीं है अगर आप रात के आखिरी हिस्से में किसी भी दुआ को पढ़ेंगे तो आपकी दुआ क़ुबूल होने का चांस ज़्यादा होगा।

इस्तिखारा की दुआ (Istikhara Ki Dua) को पढ़ने से पहले तीन बार दरूद शरीफ और पढ़ने के बाद 3 मर्तबा दरूद शरीफ पढ़ सकते हैं।

इस्तिखारा को कब करना चाहिए ?

इस्तिखारा को करने की आपको एक खास वजह होनी चाहिए। आप इस्तिखारा को ऐसे मौके पर कर सकते हैं।

  1. हजरत जाबिर बिन अब्दुल्लाह रज़ि — बयान करते हैं की र०स०अ०व हमें हर काम में इस्तिखारा करने की तालीम इस तरह देते हैं जिस तरह कुरान शरीफ की सूरह को पढ़ने की तालीम देते थे।
  2. आप र०स०अ०व फरमाते हैं तुम में से कोई इंसान जब किसी भी काम का इरादा करें तो फर्ज के अलावा दो रकअत नमाज़ इस्तीखरा भी पढ़ले और फिर इस्तिखारा की दुआ को पढ़ले।
  3. जब भी ज़रुरत पड़े उसी वक़्त आप इस्तिखारा कर सकते हैं, जैसा कि नबी स०अ०व ने फरमाया “इज़ा हम्मा” “जब किसी काम का इरादा करें तो उसी वक़्त कर सकते हैं”।
  4. हर ज़रूरी काम में इस्तिखारा किया जा सकता है, लेकिन फराइज में इस्तिखारा नहीं होगा क्योंकि इनका करना वाजिब है।
  5. यह दुआ ( इस्तिखारा की दुआ ) है जो नमाज से बाहर की जाती है।
  6. इस्तिखारा करने के बाद ख्वाब (सपना) का आना ज़रूरी नहीं है ख्वाब आ भी सकता है और नहीं भी।
  7. चोरी का माल या जादू और भी बहुत कुछ गलत कामो का पता लगाने के लिए इस्तिखारा करना या कराना जायज (मान्य) नहीं है।

इस्तिखारा की दुआ

Istikhara ki dua

इस्तिखारा की दुआ हिंदी में

Istikhara ki dua in hindi

अल्लाहुम्मा इन्नी अस्तख़ीरुक  बिअिल्मीक व-अस्-तक़दिरूक बिक़ुदरतिक , व-अस्-अलु -क मिन् फ़जि़्ल-कल् अज़ीमि फ़इन्न-क तक़दिरु-वला अक्दिरु व-तअ्-लमु वला अअ्-लमु व-अंत अ़ल्लामुल ग़ुयूबि अल्लाहुम्म इन् कुन्त तअ्-लमु अन्न हाज़ल् अम्र ख़ैरून् ली फ़ी दीनी व मा-अशी  – वआ़क़ि-बति अम्रीफ़-कद्दिरहु ली व-यस्सिरहु सुम्म बारिक ली फ़ीहि , वइन् कुन्-त तअ्-लमु अन्नहू शर्रून् फ़ी दीनी मा-अशी-व-  आ़क़ि-बति अम्री फ़स्रिफ़हुअ़न्नी व-स्र्रिफ़नी अ़न्हु व-कद्दिर लि-यल खै-रहैसु का-न सुम्म रजि़्ज़नी बिही

  1. जब आप हाज़ल अम्र पर पहुंचे तो उस काम का जिक्र करे जिस काम के लिए इस्तिखारा कर रहे है फिर आगे की दुआ पढ़े।
  2. इस्तिखारा की दुआ में व मा-अशी की जगह व दुन्या भी पढ़ सकते है।

इस्तिखारा की दुआ का अनुवाद

अल्लाह, मैं आपके बेइंतिहा, इल्म के जरिए बेहतरी माँगता हूं, और मैं आपसे आपकी कुदरत के जरिए से ताकत माँगता हूं, और मैं आपका असीम फज़्लो करम माँगता हूं। क्योंकि आप पूरी तरह काबील हैं, जबकि मैं नहीं।आप सबकुछ जानते हैं, और मैं नहीं, और आप सब कुछ जानते हैं जो अनदेखी है।

हे अल्लाह, अगर आप जानते हैं कि यह फेसला ( फैसले का इजहार करें), मेरे मजहब, मेरी दूनिया औरआखिरत के नतीजे के लिए अच्छा है, तो इसे पूरा करें, इसे मेरे लिए आसान करें और मेरा इसके जरिए भला करें।

लेकिन अगर आप जानते हैं कि मेरे मजहब, मेरी दूनिया और आखिरत के नतीजे पर इसका बुरा असर है, तो इस फैसले को मूझसे फिरा दीजिये और मुझे इससे दूर कर दीजिये, और इसके बजाय, मूझे कूछ बेहतर दीजिये, वो चाहे जो भी हो, उसके जरिए मूझे इत्मीनान दीजिये

इस्तिखारा की दुआ अरबिक में

اللَّهُمَّ إِنِّي أَسْتَخِيرُكَ بِعِلْمَكَ، وَأَسْتَقْدِرُكَ بِقُدْرَتِكَ، وَأَسْأَلُكَ مِنْ فَضْلِكَ الْعَظِيمِ، فَإِنَّكَ تَقْدِرُ وَلَا أَقْدِرُ، وَتَعْلَمُ، وَلَا أَعْلَمُ، وَأَنْتَ عَلَّامُ الْغُيُوبِ، اللَّهُمَّ إِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الْأَمْرَ- خَيْرٌ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي- عَاجِلِهِ وَآجِلِهِ- فَاقْدُرْهُ لِي وَيَسِّرْهُ لِي ثُمَّ بَارِكْ لِي فِيهِ، وَإِنْ كُنْتَ تَعْلَمُ أَنَّ هَذَا الْأَمْرَ شَرٌّ لِي فِي دِينِي وَمَعَاشِي وَعَاقِبَةِ أَمْرِي- عَاجِلِهِ وَآجِلِهِ- فَاصْرِفْهُ عَنِّي وَاصْرِفْنِي عَنْهُ وَاقْدُرْ لِيَ الْخَيْرَ حَيْثُ كَانَ ثُمَّ أَرْضِنِي بِهِ

इस्तिखारा की दुआ का अनुवाद उर्दू में

اے اللہ میں تیری ذہانت، علم کے ذریعے تیری بھلائی کا سوال کرتا ہوں، اور تیری فطرت کے ذریعے طاقت مانگتا ہوں، اور تیرے لامحدود فضل کا سوال کرتا ہوں۔ کیونکہ آپ کامل طور پر قادر ہیں جب کہ میں نہیں ہوں، آپ سب کچھ جانتے ہیں، اور میں نہیں ہوں،

اور آپ سب کچھ غیب جانتے ہیں۔ اے اللہ اگر تو جانتا ہے کہ یہ فیصلہ میرے دین، میری دنیا اور آخرت کے لیے اچھا ہے تو اسے پورا فرما، میرے لیے آسان فرما اور اس کے ذریعے میری بھلائی فرما۔ لیکن اگر تم جانتے ہو کہ اس کا میرے دین، میری دنیا اور آخرت کے نتائج پر برا اثر ہے تو اس فیصلے کو مجھ سے پھیر دو اور مجھے اس سے دور کر دو اور اس کے بدلے مجھے اس سے بہتر چیز دے دو، خواہ وہ کچھ بھی ہو۔ مجھے اس کے ذریعے آسان کرو

Istikhara Dua In English

Allahumma Inni Astakhiruka Bi-ilmika, Waastaqdiruka biqudratika, Wa As’aluka Min Fazlikal azeem ® Fa-innaka Taqdiru Wala Aqdiru Wa ta-lamu Wala aalamu, Wa anta allamu-l-guyub ® Allahumma, In kunta Ta-lam Anna Haza-L Amra Khairun Li Fi Dini Wa-Ma’ashi Wa-aqibati Amri Faqdirhu Lee Wa Yassirhu Summa Baarik Li Fihi, Wa in kunta Ta-lamu Anna Hu shar-run Fi Dini Wa-Ma’ashi Wa-aqibati Amri Fasrifhu Anni Was-rifni Anhu. Waqdir Li Al-khaira Haisu kaa -na Summa Arrizzni Bihi.

  • Jab Aap HazaL Amra Par Panhunche To Us Kaam Ka Jikr Kare Jis Kaam Ke Liye Isikhara Kiya Gayaa Hai, Uske baad aage ki dua paadhen.
  • Istikhara Ki Dua Mein Wa-Ma’ashi Ki Jagah wa-Dunya Bhi Padh Sakte Hai.

Istikhara Ki Dua In English With Translation

O Allah, I ask for your bestness through your intelligence and knowledge, and I ask you for strength through your nature, and I ask for your infinite grace. Because you are perfectly capable, while I am not. You know everything, and I am not, and you know everything that is unseen. O Allah, if you know that this decision is good for my religion, my world, and the end result, then fulfill it, make it easy for me, and do me well through it. But if you know that it has a bad effect on my religion, my world, and the outcome of the Hereafter, turn this judgment away from me and take me away from it, and instead, give me something better, whatever it may be, ease me through that

इस्तिखारा करने के बाद इन बातो का ख्याल रखे

इस्तिखारा करने के बाद ख्वाब का आना ज़रूरी नहीं है। अगर वो काम आपके लिए बेहतर होगा तो आपको उस काम करने का ख्याल आएगा , अगर आपके लिए वो काम अच्छा नहीं होगा तो उस काम को करने में रुकावट आएगी।

इसितखारा की दुआ को पढना ही काफी नहीं है अल्लाह पाक पर भरोसा करना और उस काम में माहिर लोग से मश्वरा लेना भी ज़रूरी है।

हमे उम्मीद है की अब आपको इस्तिखारा की नमाज़ पढ़ने का तरीका मालूम हो गया होगा।

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