ईद की नमाज़ पढ़ने का तरीका, नीयत, रकातें और तकबीरें जानें
ईद की नमाज़, फ़र्ज़ नमाज़ से अलग होती है और इसे सही तरीके से पढ़ना बेहद ज़रूरी है। जैसे-जैसे रमज़ान […]
नमाज़ पढ़ना हर मुस्लमान औरत और मर्द पर फ़र्ज़। अगर आप नमाज़ को अच्छे से हिंदी में सीखना चाहते हैं तो ये पोस्ट आपके लिए ही है। यह पर हमने हर नमाज़ को पढ़ने का तरीका के बारे में बताया है।
ईद की नमाज़, फ़र्ज़ नमाज़ से अलग होती है और इसे सही तरीके से पढ़ना बेहद ज़रूरी है। जैसे-जैसे रमज़ान […]
वित्र की नमाज़ दिन के आखिरी हिस्से में पढ़ी जाती है, और इसे हर मुसलमान ईशा की नमाज़ के बाद
तहज्जुद की नमाज़ एक नफ़्ल नमाज़ है, जो रात के आखिरी पहर में अदा की जाती है। इसे पढ़ने के
तरावीह की नमाज़ रमजान के महीने में पढ़ी जाने वाली एक सुन्नत-ए-मुअक्कदा नमाज़ है। यह ईशा की नमाज़ के बाद
क्या आप अपने गुनाहों को माफ़ कराना चाहते हैं, चाहे वे जानबूझकर किए गए हों या अनजाने में? या फिर
आज मैं आपको जोहर की नमाज़ पढ़ने के तरीके के बारे बताऊंगा। इंशाअल्लाह इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको
आज मैं आपको इस्लाम की पांच वक्त की नमाज का नाम बताऊंगा। हम सबको मालूम ही है के इस्लाम धर्म
वजू (Wudu) या अभिस्नान, इस्लाम में नमाज़ के पहले शरीर के साथ निर्दिष्ट क्रिया है। वजू के बिना नमाज़ को
हम सबको मालूम ही है की पांच वक़्त की नमाज़ हर मुस्लमान मर्द हो या औरत पर फ़र्ज़ (ज़रूरी) है।
आज हम जुमा की नमाज़ को कैसे पढ़ते हैं उसके बारे में बताएंगे। जुमा की नामज हफ्ते में एक बार
असर की नमाज़ दिन की तीसरी नमाज़ होती है। इस नमाज़ का वक़्त भारत में लगभग 4 से लेकर 5
इस पोस्ट में हम जानेंगे की मगरिब की नमाज़ को कैसे पढ़ते हैं, नियत का तरीका और मगरिब में कितनी
ईशा की नमाज़ में टोटल 17 रकात नमाज़ होती है, इस नमाज़ में पांचो नमाज़ से ज़्यादा रकअत होती है।
फजर की नमाज़ दिन की पहली नमाज़ है, इस नमाज़ को पढ़ने के लिए हमें सुबह जल्दी उठना पड़ता है।
हम सबको मालूम ही है की चार रकात नमाज़ फ़र्ज़, ज़ोहर की नमाज़, असर की नमाज़, और ईशा की नमाज़