आज हम आपको हर नमाज़ में पढ़ी जाने वाली चार रकात नमाज़ सुन्नत पढ़ने के तरीके के बारे में बताएंगे। आपको बस नमाज़ की टाइम को बदलना है बाकी सारे यही स्टेप फॉलो करना हैं। इंशाअल्लाह इसको पढ़ने के बाद आप 4 रकात नमाज़ सुन्नत को कैसे पढ़ते हैं जान जायेंगे।

4 रकात सुन्नत नमाज़ पढ़ने का तरीक़ा
पहली रकअत नमाज़ ए सुन्नत
- सुन्नत नमाज़ की नीयत करेंगे।
- सना दुआ को पढ़ेंगे (सुबहानाकल्ला हुम्मा)
- तस्मिया पढ़ेंगे (अउजू बिल्लाहि मिनश शैतान निर्रज़ीम 2. बिस्मिल्लाही र्रहमानिर रहीम .)
- सूरह फातिहा अल्हम्दो शरीफ को पढ़ेंगे
- क़ुरान मजीद की कोई एक सूरह पढ़े। ( चारो कुल या नमाज़ की सूरत को भी पढ़ सकते हैं )
- अल्लाहु अकबर कहते हुए रुकू में चले जाये फिर 3 या 5 मर्तबा सुबहाना रब्बियल अज़ीम पढ़े फिर समिल्लाहु लिमन हमीदा कहते हुए खड़े हो जाये फिर खड़े रहते हुए ही रब्बना लकल हम्द कहे,
- अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे में चले जाये
- सज़दे की तस्बीह 3 या 5 बार पढ़े
- सजदे की दरमियान की दुआ को पढ़े (अल्लाहुम्मग्फिरली वरहमनी वहदीनी वअ-फिनी वरज़ुक-नी वज़बुर-नी वर्फा-नी)
- दोबारा सजदे में जाए
- अल्लाहु अकबर कहते हुए खड़े हो जाये
- अब आपकी एक रकात नमाज़ हो गयी हैं
दूसरी सुन्नत रकात
- दूसरी रकात नमाज़ शुरू करने के लिए 3 से 10 स्टेप को फॉलो करें।
- पहले रकअत की तरह पढ़ने के बाद इस बार सजदा पूरा करने के बाद आपको अल्लाहु अकबर कहते हुए बैठे रहना हैं।
- तशहुद पढ़े
- अत्तहिय्यत या तशहुद पढ़ने के बाद फिर से खड़े हो जाये
- अब आप की दो रकात नमाज़ ए सुन्नत पुरी हो गयी है
तीसरी रकअत सुन्नत नमाज़
- तीसरी रकात नमाज़ शुरू करने के लिए 3 से 11 स्टेप को फॉलो करें।
- अब आपकी तीन रकात सुन्नत नमाज़ पूरी हो गयी है।
चौथी रकात सुन्नत नमाज़
- अब चौथी रकअत में आपको सूरह फातिहा से शुरू करना और 10 तक फॉलो करना हैं
- पहले रकअत की तरह पढ़ने के बाद इस बार सजदा पूरा करने के बाद आपको अल्लाहु अकबर कहते हुए बैठे रहना हैं।
- तशहुद पढ़े
- दरूद शरीफ पढ़े
- दुआ ए मासुरा को पढ़े
- दाए तरह मुंडी घूमते हुए बोले अस्सलामुअलैकुम वरहमतुल्लाह
- बाए तरफ मुंडी फेरते हुए कहे अस्सलामुअलैकुम वरहमतुल्लाह
4 रकअत सुन्नत नमाज़ की नीयत कैसे करते हैं ?
हर नमाज़ की नीयत लगभग एक ही जैसे होती हैं बस आपको कौन सी नमाज़ पढ़ रहे हैं उसी को बदलना हैं सुन्नत पढ़ रहे हैं या फ़र्ज़ ये कहना हैं,
चलो हम आपको बताते हैं की 4 रकअत नमाज़ सुन्नत की नीयत कैसे करते हैं।
हर सुन्नत की नीयत को इसी तरह करना हैं बस जिस वक़्त की नमाज़ पढ़ रहे हैं उसे कहना हैं।
हमने आपकी आसानी के लिए उस शब्द को लाल कलर का कर दिया है जिसे आपको हर नमाज़ में बदलना पड़ेगा बाकी सब कुछ ऐसे ही होगा।
जैसे -: 4 रकअत की जगह 2 रकअत
ज़ोहर की जगह आप जिस भी वक़्त की नमाज़ पढ़ रहे हैं उस नमाज़ का नाम लेना हैं।
- सबसे पहले आप नमाज़ की नीयत करने की दुआ को पढ़ेंगे।
- फिर कहेंगे की नीयत करता हु मैं 4 रकअत नमाज़ सुन्नत वक़्त ज़ोहर, रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ, वास्ते अल्लाह ताला के अल्लाहु अकबर कहते हुए दोनों हाथ को कान के तालु तक उठाकर बाँध लें। अब आपकी नमाज़ की नीयत हो गयी हैं।
SUNNAT NAMAZ KI NIYAT MEIN “PICHHE IS IMAAM KE ” NAHI KAHENGE.
Han hmne vo shi kr diya hai